The best Side of shiv chalisa lyrics in hindi
The best Side of shiv chalisa lyrics in hindi
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चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
लिङ्गाष्टकम्
हरं सर्पहारं चिता भूविहारं भवं वेदसारं सदा निर्विकारम् ।
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न more info आवै॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे । ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।